गति“ नहीं “दुर्गति“ का दिशाहीन बजट किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए बजट में कुछ नहीं : विधायक चातुरी नंद

शिक्षा, कृषि और रोजगार सरकार की प्राथमिकताओं में नहीं
सरायपाली : छत्तीसगढ़ बजट 2025 पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरायपाली विधायक चातुरी नंद ने कहा है कि साय सरकार के दूसरे बजट में भी राज्य के किसानों, युवाओं और महिलाओं को झुनझुना थमाया है। वित्तमंत्री ने जो बजट आज प्रस्तुत किया है उसमें साय सरकार के पिछले वादों को भुला दिया गया है। बजट में ना तो किसानों की आय बढ़ाने का जिक्र है, ना युवाओं को बेरोज़गारी भत्ता देने का और ना ही गैस सब्सिडी कम करने के लिए कोई पहल की गई है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान धान और किसान से है लेकिन भाजपा की सरकार ने कृषि पर बजट आवंटन लगभग 6 प्रतिशत घटा दिया है। विधायक चातुरी नंद ने कहा कि सरकार ने फिर से युवाओं को छलने का काम किया है। 1 लाख नई सरकारी नौकरी का ज़िक्र कहीं नहीं है। साय सरकार ने अपने पहले बजट में 33 हजार शिक्षक भर्ती की घोषणा की थी परंतु एक भी भर्ती नहीं कर पाए। एक बार फिर 20 हजार शिक्षकों की भर्ती का झुनझुना थमा दिया गया है।
बजट में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण का कोई रोडमैप नहीं है। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में राज्य के विभिन्न विभागों में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था लेकिन सरकार में आते ही भूल गई है। राज्य सरकार ने सिर्फ़ एक कमेटी बना कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है। लाखों अनियमित कर्मचारियों को बजट से उम्मीदें थी जो एक बार निराशा में बदल गई। विधायक नंद ने कहा कि महंगाई कम करने की दिशा में कोई बड़ी पहल नहीं की गई है।
चुनाव पूर्व 500 में सिलेंडर देने की बात कही गई थी लेकिन बजट में इसके लिए कुछ प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा है कि इस सरकार ने खिलाड़ियों के हित में कोई पहल नहीं की है। राज्य के खिलाड़ियों को शासकीय नौकरियां देने का वादा भाजपा ने किया था लेकिन बजट में इसका कहीं कोई जिक्र नहीं है। विधायक चातुरी नंद ने कहा कि महासमुंद जिले के निवासियों को बजट से बड़ी उम्मीदें थी लेकिन जिलेवासी एक बार फिर से निराश हुए है।