सारंगढ़-बिलाईगढ़: जिला शिक्षा अधिकारी डहरिया के पास पत्रकारों के लिए समय नहीं! शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर उठे सवाल

सारंगढ़ से अनिल यादव कीरपोर्ट
सारंगढ़-बिलाईगढ़। नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने की बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) जोइधा राम डहरिया की कार्यशैली अब सवालों के घेरे में है। जिले के कई महत्वपूर्ण शैक्षणिक मुद्दों पर जानकारी लेने या जनता के सवालों को उन तक पहुँचाने के लिए पत्रकार लगातार उनके कार्यालय का रुख कर रहे हैं, लेकिन DEO डहरिया के पास उनसे मिलने का समय ही नहीं है।
जिम्मेदार पद पर आसीन अधिकारी की ‘प्रेस से दूरी’: पारदर्शिता पर संदेह
सारंगढ़-बिलाईगढ़ में शिक्षा की गुणवत्ता, स्कूलों में शिक्षकों की कमी, छात्रों को मिलने वाली सुविधाओं और सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन जैसे कई गंभीर और जनहित के मामले हैं, जिन पर DEO डहरिया का पक्ष आवश्यक है। हालांकि, अधिकारी महोदय के लगातार उपलब्ध न होने या समय न देने के कारण शिक्षा विभाग से जुड़ी खबरें केवल एकतरफा बनकर रह जा रही हैं।
पत्रकारों का कहना है कि DEO कार्यालय में घंटों इंतजार करने के बावजूद उन्हें ‘साहब मीटिंग में हैं’ या ‘साहब व्यस्त हैं’ कहकर टाल दिया जाता है।
प्रश्न यह उठता है: क्या एक जिम्मेदार लोक सेवक के लिए जनहित के मुद्दों पर प्रेस से संवाद करना इतना कम महत्वपूर्ण है कि वे इसके लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं?