रात के अंधेरे में सेहत से खिलवाड़!

सारंगढ़ से अनिल यादव की रिपोर्ट
सारंगढ़ के दानसरा बेरियर पर आधी रात को बिक रहा अनिश्चित गुणवत्ता का दूध खाद्य सुरक्षा मानकों की अनदेखी; प्रशासन की कार्रवाई की मांग
सारंगढ़। सारंगढ़ क्षेत्र के दानसरा बेरियर के सामने एक डेयरी संचालक द्वारा आधी रात को दूध बेचे जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। स्थानीय निवासियों और रात्रि में आवागमन करने वाले लोगों के बीच यह डेयरी रात 12 बजे के बाद भी खुली रहती है और यहाँ दूध की बिक्री धड़ल्ले से होती है। गंभीर बात यह है कि इस असामान्य समय पर खुले रहने वाली इस डेयरी में दूध की गुणवत्ता और भंडारण (Storage) को लेकर खाद्य सुरक्षा मानकों की भारी अनदेखी की जा रही है, जिससे ग्राहकों की सेहत पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
गुणवत्ता और स्वच्छता पर बड़ा सवाल
खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के नियमों के अनुसार, डेयरी उत्पादों के भंडारण और बिक्री के दौरान तापमान नियंत्रण और उच्च स्वच्छता बनाए रखना अनिवार्य है, खासकर दूध जैसे शीघ्र खराब होने वाले उत्पाद के लिए।
विशेषज्ञों के अनुसार, रात के समय डेयरी का संचालन और खुले में दूध का भंडारण, उसे खराब होने (Spoilage) के प्रति अधिक संवेदनशील बना देता है। डेयरी को यह सुनिश्चित करना होता है कि बचे हुए दूध को 4 से 6 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखा जाए और दूध दुहने के 4 घंटे के भीतर बेच दिया जाए। दानसरा बेरियर के सामने संचालित इस डेयरी में आधी रात को बिक्री होने के कारण इन सख्त नियमों का पालन संदिग्ध है
सूत्रों के अनुसार, रात के अंधेरे में दूध की बिक्री से यह संदेह पैदा होता है कि क्या डेयरी संचालक दूध को लंबे समय तक बाहर रखकर बेच रहा है या फिर उसमें मिलावट की जा संभावना है। रात के समय जांच-पड़ताल का अभाव होने से संचालक बेखौफ होकर नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं।
प्रशासन क्यों है मौन?
यह डेयरी एक ऐसे स्थान पर संचालित हो रही है जहाँ से रात में भी वाहनों की आवाजाही रहती है, और फिर भी खाद्य सुरक्षा विभाग या स्थानीय प्रशासन की इस पर कोई नजर नहीं है।