जांच रिपोर्ट दबी, रसोइया सुमित्रा यादव एवं रोशनी यादव पर कार्रवाई ‘पेंडिंग’! क्या DEO कार्यालय सारंगढ़-बिलाईगढ़ को ‘चढ़ावे’ का इंतज़ार?

सारंगढ़ से अनिल यादव की रिपोर्ट
रसोइया सुमित्रा यादव एवं रोशनी यादव के खिलाफ जांच प्रतिवेदन पहुंचने के बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने साधी चुप्पी। शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल।
सारंगढ़-बिलाईगढ़। जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय, सारंगढ़-बिलाईगढ़ की कार्यशैली इन दिनों सवालों के घेरे में है। सूत्रों के मुताबिक, रसोइया सुमित्रा यादव एवं रोशनी यादव के विरुद्ध प्राप्त एक गंभीर शिकायत की जांच रिपोर्ट (प्रतिवेदन) कार्यालय को सौंपे जाने के बावजूद, इस मामले में एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इस चौंकाने वाली निष्क्रियता से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है और यह सवाल उठ रहा है कि क्या कार्रवाई करने से पहले अधिकारी किसी तरह के ‘चढ़ावे’ का इंतजार कर रहे हैं।
जांच प्रतिवेदन दबाने का आरोप
बताया जा रहा है कि रसोइया सुमित्रा यादव एवं रोशनी यादव के खिलाफ गंभीर अनियमितताओं को लेकर शिकायत की गई थी। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए विभाग द्वारा जांच भी कराई गई और जांच प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को सौंप दिया गया है। कायदे से, प्रतिवेदन मिलते ही दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई होनी चाहिए थी।
लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि DEO कार्यालय में यह महत्वपूर्ण प्रतिवेदन धूल फांक रहा है। अधिकारी इस मामले में ‘न जांच, न कार्रवाई’ की नीति अपनाए हुए हैं।
जिम्मेदारों की चुप्पी
जब इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से संपर्क किया गया, तो अधिकारी चुप्पी साध गए। सूत्रों के मुताबिक शिकायत और प्रतिवेदन दोनों ही उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है, फिर भी फाइल पर कोई हलचल नहीं है।
यह स्थिति जिले के शिक्षा विभाग की पारदर्शिता और जवाबदेही पर बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है। यदि शिकायत सही पाई गई है, तो कार्रवाई क्यों नहीं? क्या किसी प्रभावशाली व्यक्ति का दबाव है, या फिर भ्रष्टाचार के चलते जानबूझकर कार्रवाई रोकी जा रही है?
सवाल: क्या सारंगढ़-बिलाईगढ़ DEO कार्यालय में न्याय अब ‘फाइल’ से नहीं, बल्कि ‘डील’ से होता है?
देखना होगा कि अखबार में खबर छपने के बाद DEO कार्यालय अपनी नींद तोड़ता है या ‘चढ़ावे’ के इंतजार में भ्रष्टाचार को और हवा देता है।