विश्व एड्स दिवस पर मानव श्रृंखला बनाकर स्कूली छात्रों ने जागरूकता अभियान चलाया
महासमुंद नगर के स्वामी आत्मानंद शासकीय हिंदी माध्यम विद्यालय नयापारा में आज दिनांक 30/11/2024 को शनिवार बैगलेस डे के तहत विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाती हैं, जिसमें विद्यार्थियों की रुचि अनुरूप डांस, लेखन, कविता, आदि का आयोजन प्रत्येक शनिवार को होता है, इसी क्रम में सी.सी.आर.टी दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार को 10:00 बजे एक दिन पूर्व विश्व एड्स दिवस का आयोजन
संस्था के प्रभारी प्राचार्य के.आर.सागर के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया, जिसमें व्याख्याता हरीश पाण्डेय ने छात्रों को एड्स के बारे में जानकारी देते हुए कहां की विश्व एड्स दिवस की शुरुआत सबसे पहले 1988 में जेम्स डब्ल्यू बन्ना और थॉमस नेटर ने की थी, जो एड्स पर वैश्विक कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के लिए काम करने वाले दो सार्वजनिक सूचना अधिकारी थे, उन्होंने बेहतर मीडिया कवरेज सुनिश्चित करने और एचआईवी एड्स के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस विचार की कल्पना की थी,
1 दिसंबर को इसलिए चुना गया क्योंकि यह अमेरिकी चुनाव के बाद लेकिन छुट्टियों के मौसम से पहले ध्यान आकर्षित करने के लिए एक समय सीमा प्रदान करता था, एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम है और यह एक तरह का विषाणु है जिसका नाम HIV है, 2020 तक एड्स ने दुनिया भर में 36.3 मिलियन, के बीच लोगों की जान ले ली है ,और अनुमानित 37.7 मिलियन लोग एचआईवी के साथ जी रहे हैं, जो इसे दर्ज इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों में से एक बताता है, दुनिया के कई क्षेत्रों में एंटी रेट्रो वायरस उपचार में हाल ही में सुधार के लिए धन्यवाद,एड्स महामारी से मृत्यु दर 2004 में अपने चरम के बाद से 64% कम हो गई है 2004 में 1.9 मिलियन 2020 में 680 000 की तुलना में साल 2023 वर्ल्ड एड्स डे की थीम लेट कम्युनिटीज लीड है, तथा इससे बचने का एक ही उपाय है और वह जागरूकता लोगों को इसके विषय में जितनी ज्यादा सतर्कता तथा जानकारी होगी तभी इस गंभीर बीमारी से हम पूरी दुनिया को बचा सकते हैं, उक्त जानकारी प्रदान करने के पश्चात छात्र-छात्राओं एवं संस्था के शिक्षक- शिक्षिकाओं के द्वारा एड्स का लोगो बनाकर नारा स्लोगन लगा कर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया जिसमें संस्था के व्याख्याता, प्रणिता शर्मा, भामा प्रधान, प्रधान पाठक हेमलताशर्मा, मुक्ता चंद्राकर, सीमा इंगोले, विनीता साहू, प्रधान पाठक विजयलक्ष्मी शर्मा, कुलेश्वर साहू आदि शिक्षक -शिक्षिका उपस्थित थे