मशाल जलाकर व ध्वजारोहण कर किया गया प्रतियोगिता का शुभारम्भ
महासमुंद -जिले में 68वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का रंगारंग शुभारम्भ आज सुबह 11 बजे स्थानीय विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा के मुख्य आतिथ्य में जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ मशाल जलाकर एवं ध्वजारोहरण के माध्यम से किया गया। इस अवसर पर रंग बिरंगे जर्सी में 30 राज्य के खिलाड़ियों ने कोच सहित मार्च पास्ट किया। विधायक श्री सिन्हा ने शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलने शपथ दिलाई। यहां शिक्षा विभाग, खेल विभाग एवं प्रतियोगिता से सम्बंधित अधिकारी एवं खेल प्रेमी जनता बड़ी संख्या में मौजूद थे। कार्यक्रम का समापन 29 नवंबर 2024 को मिनी स्टेडियम में होगा। प्रतियोगिता का शुभारम्भ झारखण्ड और नवोदय विद्यालय संगठन के मध्य हुआ। इसके पूर्व अतिथियों ने खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर और परिचय लेते हुए हौसला अफजाई की। इस दौरान स्कूली छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई। इस अवसर पर जिला हैंडबॉल एशोसियन संघ के अध्यक्ष श्री प्रदीप चंद्राकर, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह, स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित होकर अत्यंत गर्व और खुशी महसूस कर रहा हूँ। यह प्रतियोगिता न केवल हमारी शारीरिक क्षमता का प्रदर्शन है, बल्कि यह हमारे मानसिक और नैतिक विकास का भी प्रतीक है। खेल जीवन में अनुशासन, समर्पण और टीम भावना जैसे महत्वपूर्ण गुणों को विकसित करने में सहायक होते हैं, जो भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में मददगार होते हैं। प्रतियोगिता में भाग लेना, चाहे परिणाम जो भी हो, सबसे महत्वपूर्ण होता है। खेलों में हार-जीत से बढ़कर हमारे अंदर की क्षमता, मेहनत और आत्मविश्वास मायने रखता है। जो खिलाड़ी मैदान में उतरते हैं, वे पहले से ही विजेता होते हैं, क्योंकि उन्होंने अपने डर और कमजोरियों पर विजय प्राप्त की होती है। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी अपनी प्रतिभा और कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे और अपने राज्य को गौरवान्वित करेंगे।
विधायक श्री सिन्हा ने कहा कि आज के खिलाड़ी ही भविष्य के सफल इंसान बनेंगे। आज आप मैदान पर है कल किसी और बड़े स्थान में आपकी जगह होगी। यहां से खेलकर आप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदेश सहित देश का नाम रोशन करें। अनुशासन और समर्पण के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करें। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने सह-खिलाड़ियों के साथ मिलकर एक सच्चे खिलाड़ी की तरह खेलें। उन्हांने सभी खिलाड़ियों और प्रतियोगिता से जुड़े से सभी अधिकारी-कर्मचारी, कोच को इस आयोजन के लिए बधाई दी।
जिला हैंडबॉल एशोसियन संघ के अध्यक्ष श्री प्रदीप चंद्राकर ने कहा कि सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त बोनस अंक दिए जाते हैं। खेल का जीवन में महत्व को नकारा नहीं जा सकता। खेल के माध्यम से भी आप नए ऊंचाईयों को प्राप्त कर सकते हैं। प्रतियोगिता में आए सभी खिलाड़ियों की हौसला आफजाई करते हुए उन्होंने कहा कि जितने वाले खिलाड़ी को बधाई परंतु जो जीत नहीं पाए उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है पुनः बेहतर तैयारी के साथ मैदान में उतरे।
कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि 5 दिवसीय राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में देशभर से आए खिलाड़ियों का ठहरने और भोजन की समुचित प्रबंध किया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग के माध्यम से आयोजन की सभी तैयारी पूरी की गई है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मोहन राव सावंत ने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु प्रभारी अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति, यातायात व्यवस्था, पेयजल आदि की व्यवस्था के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। ज्यूरी मेंबर प्रतिदिन सायंकाल आयोजन की समीक्षा करेगी। विदित है कि प्रतियोगिता में 30 राज्यों से कुल 796 खिलाड़ी शामिल होंगे। प्रतियोगिता में हैण्डबॉल खेल शामिल किए गए है। जिसमें 14 वर्ष के 404 बालक एवं 392 बालिका भाग लेंगे। साथ ही 30 राज्यों से 127 कोच व मैनेजर तथा जिले के 125 अधिकारी कर्मचारी शामिल होंगे। प्रतियोगिता के शुभारम्भ अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री पवन पटेल, पार्षदगण श्री महेन्द्र जैन, श्रीमती मीना वर्मा, श्री महेन्द्र सिक्का, श्री मनीष शर्मा, श्रीमती कौशिल्या बंसल, श्री प्रकाश शर्मा, श्री रमेश साहू, श्री मुन्ना साहू, श्री अरविन्द प्रहरे, श्री बंटी शर्मा, श्री दिनेश रूपरेला, जिला शिक्षा अधिकारी श्री मोहन राव सावंत एवं स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, खेल से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी, खिलाड़ी और खेल प्रेमी जन मौजूद थे