महासमुन्द

विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने कराया देश का प्रकृति परीक्षण

 

महासमुंद महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने आज अपने निवास पर ’’देश का प्रकृति परीक्षण’’ अभियान के तहत अपना परीक्षण कराया। इस अवसर पर जिला आयुष अधिकारी डॉ. प्रवीण चंद्राकर, चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रजीत साहू, और प्रकृति परीक्षण हेतु डॉ. सर्वेश दूबे उपस्थित थे। विधायक श्री सिन्हा ने अभियान में जनभागीदारी बढ़ाने का आह्वान किया और इसे स्वस्थ समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

बतादें कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवम आयुर्वेद दिवस के अवसर पर शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य स्वास्थ्य जागरूकता और गैर-संचारी रोगों की रोकथाम है। यह अभियान 26 नवंबर 2024 से 25 दिसंबर 2024 तक पूरे देश में संचालित हो रहा है।

आधुनिक जीवनशैली के कारण बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं जैसे तनाव, अनिद्रा, अवसाद, और चिड़चिड़ापन को आयुर्वेद के माध्यम से कम किया जा सकता है। आयुर्वेद में बताए गए शारीरिक और मानसिक प्रकृति का परीक्षण करके इन समस्याओं का समाधान प्राप्त किया जा सकता है। यह अभियान नागरिकों को निःशुल्क प्रकृति प्रमाण पत्र प्रदान करता है, जिसे सीधे उनके मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकता है। परीक्षण के बाद, नागरिकों को उनके लिए उपयुक्त आहार और जीवनशैली का चार्ट भी दिया जाता है। महासमुंद जिले में संचालित सभी आयुष संस्थाओं में यह परीक्षण निःशुल्क उपलब्ध है

Jay kumar sarthi

संपादक स्वराष्ट्र 24 न्यूज़

Related Articles

Back to top button
ब्रेकिंग
सहायक शिक्षक राजेश प्रधान विरुद्ध हुए विभागीय कार्यवाही से शिकायकर्ता असंतुष्ट करेगा अपील छ.ग. गौ सेवा आयोग में बसना ब्लॉक अध्यक्ष बने नंदकिशन साव रात के अंधेरे में सेहत से खिलवाड़! जांच रिपोर्ट दबी, रसोइया सुमित्रा यादव एवं रोशनी यादव पर कार्रवाई 'पेंडिंग'! क्या DEO कार्यालय सारंग... सरिया थाना की अवैध गांजा परिवहन पर की गई बड़ी कार्यवाही...... सारंगढ़-बिलाईगढ़ में मंडलपुर बैरियर में'बीजा' कांड! वन विभाग के अधिकारी ने बेशकीमती लकड़ी बेचकर डकार... सारंगढ़-बिलाईगढ़: जिला शिक्षा अधिकारी डहरिया के पास पत्रकारों के लिए समय नहीं! शिक्षा विभाग की कार्यशै... पानी टंकी का सिर्फ कागज़ों पर निर्माण! सरपंच-सचिव ने उड़ाए 13,800रु. साल्हे पंचायत में बड़ा घोटाला रसोइया के शिकायत के बाद जांच के उपरांत आखिर कब होगा कार्यवाही? लापरवाही की खुली पोल